अंतरधर्मीय संवाद

बहुत से वर्षों से ओमान की सरकार अंतरधर्मीय संवाद को रेलीजियस सहिष्णुता विवेकशीलता/ सदभावना और वैश्विक स्तर पर शांतिपूर्ण सहअस्तित्व को प्रोत्साहन देने के लिए को बढ़ावा दे रही है

इन गतिविधियों में अंतर धर्मीय संस्थाओं और उनकी गतिविधियों के लिए नियमित रूप से अंतरराष्ट्रीय बैठकों और सम्मेलनों, प्रदर्शनियों, व्याख्यान, प्रकाशन और समर्थन के प्रावधान हैं।

"रेलीजियनों के बीच शांति के बिना राष्ट्रों के बीच शांति नहीं होगी, और रेलीजियनों के बीच आपसी संवाद के बिना रेलीजियनों के बीच शांति नहीं हो होगी ।"

प्रोफैसर डॉ हंस कुंग, संयुक्त राष्ट्र महासभा 2001 में से साभार

सहिष्णुता का अंतर्राष्ट्रीय दिवस

1996 में, (51/95 नंबर के निर्णय) के द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 16 नवंबर को सहिष्णुता का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के सदस्य राज्यों को दोनों शैक्षिक संस्थानों की ओर निर्देशित गतिविधियों और व्यापक सार्वजनिकता के साथ आमंत्रित किया ।

अंतर धर्मीय उपक्रमणों का समर्थन

ओमान की सरकार विभिन्न अंतर धर्मीय संस्थाओं और कार्यक्रमों को सल्तनत में और विदेश में अपना सहयोग व समर्थन देती है।

इस समर्थन का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर रेलीजियस सहिष्णुता, आपसी सदभावना व विवेकशीलता, और शांतिपूर्ण सहअस्तित्व को बढ़ावा देना है।

अंतर धर्मीय सहयोगी

वक्फ़ और धार्मिक मामलों का मंत्रालय विश्व भर के बहुत से संस्थानों को अंतर धर्मीय वार्तालाप व आदान प्रदान के क्षेत्र में सहयोग देता है।

अल-तसामोह अल-तफ़ाहोम और इजीतिहाद रीज़न

अल-तसामोह (सहिष्णुता) और अल-तफ़ाहोम (विवेकशीलता/सदभावना) इस्लामिक सांस्कृतिक पत्रिकाएँ हैं जोकि वक्फ़ और रेलीजियस मामलों का मंत्रालय प्रकाशित करता है।